मेरी रातों की नींदों को तुम्ही ने मुझसे छीना हैमें

ये धड़कन करती है बस तुम्हारे नाम की बातें
जो तुम न हो सामने तो किस काम की बातें  एक
अपराध प्रेम है तो ह्रदय तेरा कारागार है मेरा