Abhishek Tripathi@चेहरा
चेहरा नज़र मे नही दिल मे बसा लीजिए जो हैं अभी कुछ दूर दूर उन्हे पास बुला लीजिए.....
ना वक़्त ना खुदा ना दुनिया जुदा कर सके आपको उस चेहरे को कुछ इस कदर अपना बना लीजिए
Vivekanand Joshi@चेहरा
काबिल-ए-इंतिख़ाब था वो चेहरा जिसे हमने अपने दिल का सदर बना दिया
सितम ए ज़िंदगी क चलते वो दिखाई नही देता था
इसलिए उम्र भर क लिए उसे हमने अपनी नज़र बना लिया
चेहरा नज़र मे नही दिल मे बसा लीजिए जो हैं अभी कुछ दूर दूर उन्हे पास बुला लीजिए.....
ना वक़्त ना खुदा ना दुनिया जुदा कर सके आपको उस चेहरे को कुछ इस कदर अपना बना लीजिए
Vivekanand Joshi@चेहरा
काबिल-ए-इंतिख़ाब था वो चेहरा जिसे हमने अपने दिल का सदर बना दिया
सितम ए ज़िंदगी क चलते वो दिखाई नही देता था
इसलिए उम्र भर क लिए उसे हमने अपनी नज़र बना लिया
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